Saturday, August 7, 2010

who


वो तो है एक मारीचिका
जो बस देती है प्यास
प्यास बुझाने के लिए नहीं चाहिए मुझे समुन्दर
समुन्दर में जा सकता है बस डूबा
मुझे चाहिए प्यास  बुझाने के लिए
के ओस की बूँद
जो बुझा दे प्यास
जिसे पाकर सीपी बुझती है अपनी प्यास
वो बूँद बन जाती है मोती
यह तो बस जानती है सीपी की
बूँद को बनाने मैं मोती
उसने
क्या है खोया
क्या है पाया

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