Tuesday, October 17, 2017

Prem

प्रेम नहीं है काव्य
 भाषा और संवाद
प्रेम  नहीं है बंधन
रिश्तों का मोहताज
प्रेम नहीं है लेन देन
वादों का व्यापार
प्रेम नहीं है जाति
धर्म समाज और रिवाज
प्रेम है बस समर्पण
प्रेम है बस एहसास
सिर्फ एहसास

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