Thursday, June 11, 2020

prem

प्रेम में अगर विरह न हो
तो प्रेम व्यर्थ है
प्रेम में अगर पाना ही हो
तो प्रेम व्यर्थ है
प्रेम में अगर पीड़ा न हो
तो प्रेम व्यर्थ है
प्रेम में अगर पश्चाताप हो
तो प्रेम व्यर्थ है
प्रेम में अगर वासना  ही हो
 तो प्रेम व्यर्थ है
प्रेम में अगर आंसू न हो
तो प्रेम व्यर्थ है
प्रेम में अगर वैराग्य न हो
तो प्रेम व्यर्थ है
प्रेम में आगरा भक्ति न हो
तो प्रेम व्यर्थ है 

Monday, June 8, 2020

prabhu

इस भीड़ भाड़ भरी दुनिया में
क्यौं मुझे लगता है सन्नाटा सा पसरा
मेरे ह्रदय के भीतर एक शून्य गहरा
लगता है सब भ्रम , मिथ्या माया
सत्य क्या है ?
समय , परिस्थितियो का महा समुद्र
हम सब उसमें बहती हुई लहरें
कहाँ से आये और कहाँ है जाना ?
एक शून्य से अनंत की य़ात्रा
क्या यही सत्य है ?
तुम ही बता दो , मेरे प्रभु .

Thursday, June 4, 2020

chitvan

तेरे मतवारे नयनों ने
कुछ एसा जादू डाला है
तेरी अंगड़ाई में हाला है
तेरे चितवन में मधुशाला है.

Wednesday, June 3, 2020

Blank Space

पहले परीक्षा में कुछ प्रश्न ऐसे आते थे
रिक्त स्थानों की पूर्ति करो
उस रिक्त स्थान में उपयुक्त शब्द का आना
उस वाक्य को जीवन दे देता था
आज भी जीवन में
ऐसे रिक्त स्थान आते रहते है
कुछ को उपुक्त शब्द मिल जाते है
कुछ स्थान भर तो जाते है पर
शब्द उपुक्त नहीं होते
और
कुछ स्थान रिक्त ही रह जाते है। 

Monday, June 1, 2020

var do

ये ज्वाला जो धधक  रही है 
मेरी चेतना में 
ज्वालामुखी है भीतर 
लावा फूट  रहा है व्याकुलता का 
हे प्रभु !
तुम प्रेम का सागर बन कर 
मेरे अधीर मन को 
शीतलता का वर दो। 

Wazood

 लोगों  की इस भीड़ में खोया सा रहता हूँ  फिर भी में अक्सर तनहा तनहा रहता हूँ  दुनियादारी क्या चीज़ है मुझे समझ नहीं आती  मेरी ये आवारगी मुझ को...