Sunday, August 29, 2021

yuddh


 



सबको लड़ना पड़ता है 

अपना अपना युद्ध 

कभी कौरवों के विरूद्ध 

कभी पांडवों के विरूद्ध 

जीवन कुरुक्षेत्र है 

कर्म ही धर्मक्षेत्र है 

अपना धर्म जान लो 

कर्म को पहचान लो 

उठा लो गांडीव यदि 

तुम्हारे अधर्म हो विरूद्ध 

सबको लड़ना पड़ता है 

अपना अपना युद्ध 


मृत्यु  से भय कैसा 

मृत्यु  जब अंत नहीं 

मृत्यु  बस पड़ाव है 

यात्रा अनंत है 

कुरुक्षेत्र बदलते  रहेंगे 

युद्ध यूहीं चलते रहेंगे 

अपना धर्म बचाने को 

अधर्म को मिटाने को 

यूहीं मिटते जाना है 

जीवन के कुरुक्षेत्र में 

बस कर्म कीए जाना है 

कर्म योगी बन जाना है 

छोड़ दे सब माया तू 

जीवन संघर्ष 

से डर कैसा--

जीवन संघर्ष 

से डर कैसा----

-- अजीत सिंह चौहान 



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